तम्बाकू का दिमाग पर असर नशीले पदार्थ खाने से ये हो सकती बीमारिया और दुस्प्रभाव एवं कुप्रभाव जाने पूरी जानकारी
क्या आपको पता है की तम्बाकू का दिमाग पर असर के सेवन करने से हो सकती है बीमारिया एवं तम्बाकू का दिमाग पर असर खाने से हो सकते है दुस्प्रभाव और इस पदार्थ का सेवन करने से होने वाले स्वास्थ्य पर कुप्रभाव के बारे में आज हम विस्तार से अध्धयन करेंगे | ये भी पढ़े :- विश्व कैंसर दिवस
तम्बाकू | Tambaku
तम्बाकू एक नशीले दार्थ में से एक है जो निकोटीएना तोबेक्कम, कुल सोलेनेसी की पत्तियों से बनाई जाती है | इस पत्तियों में लगभग 8 प्रतिशत निकोटिन नमक एल्केलायद पाया जाता है | तम्बाकू का उपयोग विभिन्न प्रकार से किया जाता है |
तम्बाकू का दिमाग पर असर Jan Aadhar Card Download | जन आधार कार्ड डाउनलोड
ज्यादा तर लोग तम्बाकू का उपायोग पान एवं गुटका और चुने के साथ उपयोग करते है | और कुछ लोग तम्बाकू का पाउडर को सूंघने एवं मंजन की तरह दातो और मसुडो में मलने के उपयोग में लिया जाता है | कुछ लोग तम्बाकू को बीडी एवं सिगरेट और चिलम तथा सिगार व हुक्का या अन्य प्रकार से उपयोग में लिया जाता है |
तम्बाकू का दिमाग पर असर | Tambaku ka Dimag par Asar
तम्बाकू का दिमाग पर असर तम्बाकू का सेवन करने से लोगो को निकोटिन की लत लग जाती है | उससे लोगो के दिमाग पर भरी असर पड़ता है | तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगो को यह लगता है की तम्बाकू का सेवन करने से उसके दिमाग में शांति मिल जाएगी |
जिसके कारण से लोग तम्बाकू के आदि हो जाते है | जब तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगो को तम्बाकू नहीं मिल जाती है तब बेचेन एवं परेशान और अपने आप को कमजोर महसूस करते है | इस तरह से तम्बाकू लोगो के दिमाग पर भरी असर करता है |
तम्बाकू छोड़ने के उपाय | Tambaku chodne ke upay
- बारीक़ सौफ के साथ मिश्री के दाने मिलकर उसे धीरे-धीरे सुसने चाहिए एवं जब नरम हो जाते है तो उसे चबाकर खा लेने चाहिए एसा लगातार करने से तम्बाकू की आदत को छुडवाया जा सकता है |
- अजवाइन साफ करके निम्बू का रस एवं काले नकम में दो दिनों तक भिगोने चाहिए | उसके बाद उसे छाव में सुखाने चाहिए | उससे बाद उसे मुह में रखकर चूसते रहने से तम्बाकू की लत छुड़वा सकते है |
- हरड छोटी को निम्बू के रस एवं पहाड़ी नमक का घोल बनाकर दो दिनों तक फूलने देना चाहिए | उसके बाद सुखाकर शीशी में भर लेना चाहिए | बाद में उसे चूसते रहना चाहिए जब नरम पढ़ जाने पर उसे अच्छे से चबाकर खा लेना चाहिए जिससे तम्बाकू की लत से छुटकारा मिल सकता है |
- तम्बाकू सूंघने की लत को छोड़ने के लिए गरमियों के मौसम में केवडा एवं गुलाब और खास तथा अन्य प्रकार के इत्र का फोहा कान में लगाना चाहिए | एवं सर्दियों के मौसम में तम्बाकू खाने की ईच्छा होती है तो हिना के खुशबु का फोहा को सूंघना चाहिए |
- तम्बाकू का सेवन करने की लत को धीरे-धीरे छोड़ना चाहिए | इस लत को एक साथ बंद नहीं करना चाहिए | क्योकि मानव शारीर में निकोटिन के स्तर को धीरे-धीरे कम करना चाहिए |
तम्बाकू छोड़ने के बाद परिणाम | Tambaku Chodne ke Bad Parinam
- तम्बाकू छोड़ने के साँस लेने में आसानी होती है |
- भोजन करने पर भोजन का स्वाद अच्छा लगाने लग जायेगा एवं सूंघने की शक्ति में भी बदलाव आएगा |
- उंगलियों एवं नाखुनो में पीलापन धीरे-धीरे कम होने लग जायेगा |
- दातो में दाग एवं पीलापन धीरे-धीरे कम हो जायेगा और दातो का रंग सफ़ेद हो जायेगा |
- तम्बाकू का सेवन छोड़ने के बाद परिवार भी स्वस्थ रहेगा और धुम्रपान करने की संभावना कम होती रहेगी |
- अगर आप विद्यार्थी है तो इस नशीले पदार्थ का सेवन छोड़ने के बाद पढाई में ध्यान अच्छे से डे पाएंगे और पढाई भी पूरी अच्छे तरीके से कर पाएंगे |
- पैरो में रक्त के थक्को की संभावना कम हो जाएगी जो पैरो से फेफड़ो तक जाती जाती है |
- नपुसंकता में कमी आएगी |
- गर्भावस्था के समय जैसे जन्म के समय बच्चे का वजन कम होना एवं समय से पहले पप्रवस हो जाना और गर्भपात हो जाना व होठ फट जाना तथा क्षतिग्रस्त शुक्राणु के कारण बांझपन हो जाना इन सारी समस्याओ में कमी हो जाएगी |
- तम्बाकू का सेवन छोड़ने से मसुडो एवं त्वचा में स्वस्था एवं सुन्दरता आ जाएगी |
तम्बाकू के हानिकारक प्रभाव | Tambaku ke Hanikarak Prabhav
- तम्बाकू का निरंतर उपयोग करने से मुह एवं जीभ और गले तथा फेफड़ो में कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है | एवं ये भयंकर बीमारी हो सकती है |
- तम्बाकू के सेवन से निकोटिन धमनिया बढ़ सकती है जिसके कारण से रक्त दाब ह्रदय स्पंदन की दर बढ़ जाती है |
- गर्भवती महिलाओ के द्वारा तम्बाकू का सेवन करने से भ्रूण विकास की गति में कमी होती है |
- सिगरेट की धुएं में उपस्थित कार्बन मोनो ऑक्साइड लाल रुधिर कणिकाओ को ख़त्म कर देती है | एवं रुधिर ऑक्सीजन परिवहन की क्षमता में कमी कर देती है |
- बीडी एवं सिगरेट और चिलम व सिगार तथा हुक्का का सेवन करने वाले के आस-पास बैठने वाले लोगो पर भी पड़ता है | क्योकि वातावरण में फैला हुआ निकोटिन युक्त धुँआ हवा के साथ आस-पास बैठे लोगो के मुह से फेफड़ो में भी पहुँच जाता है |
निष्कर्ष :
तम्बाकू का दिमाग पर असर का हमारी टीम ने सम्पूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से बताया गया है की तम्बाकू का सेवन करने से तम्बाकू का दिमाग पर असर किस प्रकार पढ़ता है | तम्बाकू छोड़ने के क्या उपाय है | तम्बाकू छोड़ने के क्या परिणाम है |तम्बाकू के हानिकारक परिणाम क्या है ये सम्पूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से दी गई है | हमें आशा है इस लेख को पढ़कर कैंसर जैसी भयंकर बीमारी होने से बचा जा सकता है |
FAQ :-
तंबाकू का सेवन करने से क्या होता है?
तम्बाकू का सेवन करने से कैंसर जैसी भयंकर बीमारी हो सकती है | एवं इसका सेवन करने से फेफड़े ख़राब हो जाते है |
तंबाकू में कौन कौन से हानिकारक रसायन होते हैं?
तम्बाकू में निकोटिन सहित लगभग 60 प्रकार के हानिकारक पदार्थ पाये जाते है |