रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ | Registan ka Jahaj laya hai gyan ka sagar mobail layabreri ke satha
प्रिय पाठको आज हम जानेंगे की रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ अभियान क्या है एवं यह अभियान राजस्थान में कब शुरू किया गे था | एवं इस रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ अभियान के तहत क्या फायदा है यह सम्पूर्ण जानकारी के बारे में आज हम विस्तार से अध्धयन करेंगे | ये भी पढ़े :- निरोगी राजस्थान अभियान
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ
राजस्थान के दूर दराज के गावों और ढाणियों में बच्चो के लिए राजस्थान सरकार ने ऊट गाड़ियों पर लाइब्रेरी शुरू गई है। जोधपुर जिले के 30 गावों में लाइब्रेरी की शुरुआत हो चुकी है । रूम टू रोड और जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय रीडिंग कैपिन 2021के तहत इस मोबाइल लाइब्रेरी की शुरुआत की गई है।
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ कब शुरू की | Laya ka Gyan Sagar
राजस्थान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय रीडिंग कैपिन 2021के तहत इस मोबाइल लाइब्रेरी की शुरुआत की गई थी |
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ क्यों शुरू की गई | Rajasthan Ka Jahaj
राजस्थान सरकार ने कोरोना संक्रमण से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जो बच्चो के स्कूल बंद थे। ग्रामीण परिवेश, और भौगोलिक कारणों से इन बच्चो की ऑनलाइन पढ़ाई जो बाधित हो गई थी। जिससे राजस्थान सरकार ने बच्चो की इन्ही समस्याओं को देखते हुए मोबाइल लाइब्रेरी की शुरुआत की गई थी।
इस के तहत ऊटगाड़ी ओसियां कस्बे के गांव गांव में घूमेगी। इस मोबाइल लाइब्रेरी में लगभग 1500 किताब है। जिसमे सबसे ज्यादा स्टोरी एवं ड्राइंग की किताब है। इस रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ लाइब्रेरी में एक स्टोरी टेलर भी हैं। जो बच्चो को कहानियां सुनाएगा। देश भर के 9 राज्यों में इस अभियान को चलाया जा रहा हैं।
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ अभियान राजस्थान राज्य के जोधपुर जिले 30 गावो के स्कूल में जायेगी। रूम टू रीड कैपेन के तहत की थीम रखी गई हैं।
इस अभियान के तहत लायब्रेरी जहा जाति हैं वहा के स्कूल में टीचर नहीं हैं। वहा पैरेंट्स अपने बच्चो को किताब पढ़कर विषय के बारे में समझाएगा। अगर आस पास में कोई टीचर नहीं हैं तो वहा अभिभावक की जगह बच्चो को कहानियां सुनाता हैं एवं उसका मतलब समझता हैं।
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ अभियान के तहत यह मोबाइल लायब्रेरी जहां जाति है । वहा की स्कूलों में किताबे रखकर आ जाती है । जी की किसी बच्चे को किताब पढनी हैं तो वह बच्चा स्कूल से किताब ले सकता है।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी जोधपुर ने बताया की शिक्षा विभाग एवं रूम टू रीड संस्था के सहयोग से बच्चे को घर पर ही पढ़ाई एवं सीखने के लिए इस मोबाइल लायब्रेरी कि शुरुआत की गई है।
राजस्थान सरकार की ओफिचल वेबसाईट पर देखे :-https://rajasthan.gov.in/
निष्कर्ष :-
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ के इस लेख में हमारी टीम ने इस अभियान के बारे में जानकारी इस लेख के माध्यम से दी गई है | जो की किस प्रकार जिस जगह पर टीचर नहीं है वह पर किताबे पहुंचाई जाएगी एवं यह अभियान सर्वप्रथम किस जिले में शरू किया गया था और कितने गावो के इस अभियान के चलाया गया था | यह सम्पूर्ण जाकारी इस लेख के माध्यम से दी गई है |
FAQ
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ इस अभियान की शुरुआत कब की गई ?
राजस्थान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय रीडिंग कैपिन 2021के तहत इस मोबाइल लाइब्रेरी की शुरुआत की गई थी |
रेगिस्तान का जहाज लाया ज्ञान का सागर मोबाइल लाइब्रेरी के साथ शुरुआत क्यों की गई
कोरोना संक्रमण के कारण से जिन बच्चो की पढाई एवं सिखाई में बढ़ाये उत्पन हो गई थी उसी ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार ने इस अभियान की शुरुआत की थी की कोई भी बच्चा पढाई एवं सिखाई से वंचित नहीं रहे ?