आखिरी पैगाम दो दोस्तों एक अद्भुत कहानी : Moral Story in Hindi

प्रिय पाठको आज हम इस पोस्ट के माध्यम से एक अच्छी आखिरी पैगाम दो दोस्तों एक अद्भुत कहानी Moral Story in Hindi के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे | यह कहानी एक पुराने बंगले के बारे में बताई गई है जो की काफी पुराना बंगला है | आज हम Moral Story in Hindi step by step विस्तार से अध्ययन करेंगे | 

Moral Story in Hindi
Moral Story in Hindi

Moral Story in Hindi : नैतिक कहानी हिंदी 

शाम का समय था उस समय शाम के 7 बज चुके थे। तब तेज हवा चल रही थी | उस हवा में अजीब सी सिहरन थी एवं शहर की सड़कों पर धुंध सी छाई हुई थी। वहां पर एक तेज़-तर्रार पत्रकार, अपने ऑफिस से शाम के समय घर की और लौट रहा था तभी अचानक उसके फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आता है |

पत्रकार ने फोन को उठाया तभी उसे फोन पर एक आवाज आई “अगर आपको अपने ज़िंदगी से प्यार है, तो स्टेशन रोड के पुराने बंगले पर अभी आ जाओ,” पत्रकार को आवाज सुनाई दी गई — धीमी, मगर उसे डराती हुई।

पत्रकार चौंक गया।और बोला “ये मज़ाक है क्या?” तभी वापिस आवाज आई  “मज़ाक समझो… या आख़िरी चेतावनी,” यह कहकर कॉल कट हो गई।

ये भी पढ़े :-

अब बुढ़ापा होगा टेंशन फ्री! सरकार की इस स्कीम से जुड़ें और पाएं गारंटीड पेंशन

(⏳ पत्रकार एक मिनट तक चुप खड़ा रहा और सोचने लगा 1st Minute Suspense)

पत्रकार के दिल की धड़कन तेज हो गईं। पत्रकार ने अपनी गाड़ी को गुमाया और उस सुनसान बंगले की ओर चला, जो वह बंगला सालों वर्षो से वीरान एवं बंद पड़ा था। रास्ते में उसके मन में कई सवाल उत्पन्न हो रहे थे — कौन हो सकता है? क्यों बुलाया गया? यह सोचते हुए पत्रकार उस पहुँच गया | तभी 

बंगले के पास पहुंचते ही, दरवाज़ा अपने आप चर्र-चर्र करता खुल गया। एवं उसे एक आवाज आई “किसे ढूंढ़ रहे हो?”
पीछे से आवाज़ आई। पत्रकार पीछे की तरफ पलटा और देखा की  — वहां एक बुज़ुर्ग आदमी खड़ा हुआ था, जिसके आंखों में गहराई और चेहरे पर झुर्रियों का नक़्शा छाया हुआ था ।

पत्रकार ने पूछा “आपने कॉल किया था?”बुजुर्ग आदमी ने जवाब दिया  “हाँ, लेकिन जवाब मैं नहीं… एक और देगा।” यह कहकर उन्होंने एक पीले रंग का लिफाफा पत्रकार के हाथों में थमा दिया।

(⏳ पत्रकार एक मिनट तक चुप खड़ा रहा और सोचने लगा 2nd Minute Suspense)

पत्रकार ने लिफाफा खोलकर देखा उसमे एक पुरानी फोटो थी — एक बच्चे की, और पीछे लिखा था: “जिसे तुमने मरा समझा, वो अब लौट आया है।” Moral Story in Hindi

पत्रकार की आंखें फैल गईं। उस लिफाफे में इसी बच्चे की फोटो थी, ये वही बच्चा था जिसे उसने एक केस के दौरान ‘गुमशुदा’ साबित कर दिया था — कोई सबूत के अभाव में।

पत्रकार ने यह सोचा की ये “लेकिन ये कैसे संभव है?” बुज़ुर्ग आदमी चुपचाप मुस्कुराया और उसने दरवाज़ा बंद कर लिया। Moral Story in Hindi

पत्रकार बेचैनी के साथ अपने लिफाफा हाथ में लिए घर लौटा, जब उसने दरवाज़ा खोला दरवाजा खोलते ही एक और चौंकाने वाला दृश्य उसका इंतज़ार कर रहा था। यह देखते ही वह कुछ समय के लिए सोचने लगा | 

(⏳ पत्रकार एक मिनट तक चुप खड़ा रहा और सोचने लगा 3rd Minute Suspense)

उसके घर की सभी लाइटें बंद थीं। अंदर से धीमी सी मधुर धुन बज रही थी — वही धुन थी, जो उसके कॉलेज के दिनों में उसके सबसे अच्छे दोस्त, बजाया करता था… उसका दोस्त जो 10 साल पहले एक हादसे में उसकी मौत हो गई थी | 

पत्रकार ने सोचा मेरे साथ “कोई मज़ाक कर रहा है,” उसने खुद को समझाया और अपने घर की लाइट चालू कर दी।तभी देखा की दीवार पर प्रोजेक्टर चालू था। एक वीडियो चल रहा था — उस रात का, जब उसके दोस्त की मौत हुई थी।
उस वीडियो में पत्रकार एवं उसका दोस्त एक पुल पर बहस कर रहे थे, तभी अचानक उसके दोस्त को धक्का लग जाता है।

पत्रकार की साँसें रुक गईं।पत्रकार जोर से चिल्लाते हुए बोला “ये वीडियो किसने बनाया? मैंने तो… वहां कोई नहीं था!”

(⏳ पत्रकार एक मिनट तक चुप खड़ा रहा और सोचने लगा 4th Minute Suspense)

तभी उसके मोबाईल पर एक मैसेज टोन बजती है। पत्रकार ने फोन देखा उसमे लिखा हुआ था  — “अब सच से भागना बंद करो। स्टेशन रोड वापिस जाओ।” Moral Story in Hindi

पत्रकार अब डर और पछतावे के बीच में बुरी तरह फंस गया था। उसने सोचा क्या ये मेरे दोस्त की आत्मा है? या कोई मुझे ब्लैकमेल कर रहा है? यह सोचकर पत्रकार दोबारा उसी बंगले की ओर भागा चला गया ।

(⏳ पत्रकार एक मिनट तक चुप खड़ा रहा और सोचने लगा 5th Minute Suspense)

इस बार पुराने बंगले का दरवाज़ा नहीं खुला। लेकिन पुराने बंगले के बाहर एक बक्सा रखा था — उस पर यह लिखा था: “खोलो और अपने अपराध देखो।”

पत्रकार ने बक्सा खोला और देखा की बक्सा में — अंदर दर्जनों फाइलें थीं, जिनमें पुराने केस की रिपोर्ट्स, झूठे बयान और मिटाए गए सबूत थे। जिसमे वो सब केस, जो  ‘बाहरी दबाव’ के कारण सच्चाई छिपाई गई थी।

पत्रकार कुछ समय तक सोचने लगा “ये सब कैसे मिला किसी को मिला?” Moral Story in Hindi

उसी समय एक वॉइस रिकॉर्डिंग बजी — उस वॉइस रिकॉर्डिंग में उसके दोस्त की ही आवाज़ थी। “मेरी कभी मृत्यु नहीं हुई थी , दोस्त … मैंने सिर्फ़ देखा, कैसे तुमने अपने ईमानदारी को बेच दिया। अब वक़्त है हिसाब का।”

(⏳ पत्रकार एक मिनट तक चुप खड़ा रहा और सोचने लगा 6th Minute Suspense)

पत्रकार के हाथ पैर काँपने लगे। वो काँपते काँपते सड़क पर आ गया, और घुटनों के बल गिर पड़ा।

अपने दोस्त से गुहार लगाने लगा की “दोस्त! अगर तू ज़िंदा है, तो सामने आ! मैं सज़ा भुगतने को तैयार हूँ!”

उसके बाद एक साया उसके पास आया — वह उस बुज़ुर्ग आदमी का था जो फिर से सामने आया
और उससे बोला  “मैं ही तुम्हारे का पिता हूँ। और हाँ, तुम्हारा अब ज़िंदा है… लेकिन अब वो किसी से नहीं मिलेगा। उसने ही तुम्हारे लिए ये सजा तय की थी — अब तुझे सच्चाई का सामना करना।” Moral Story in Hindi

पत्रकार की आंखों से आंसू बहने लगे।और सोचने लगा की “अब मैं क्या करूं?”  Moral Story in Hindi

(⏳ पत्रकार एक मिनट तक चुप खड़ा रहा और सोचने लगा 7th Minute Suspense)

पत्रकार अपने आप से बात करने लगा की  “हर वो सच्चाई जिसे तूने दबाया, अब सबके सामने लानी होगी। तभी शायद मेरी आत्मा को चैन एवं शांति मिल सकेगी।” Moral Story in Hindi

अगले दिन, टीवी चैनलों पर एक लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी —पत्रकार ने अपने हर गुनाह कबूल किया। नाम, तारीख़, सबूत — सब खोलकर लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस के सामने रख दिए।

समाज ने यह नजारा देखा तब समाज दंग रह गया। परन्तु काफी लोग तारीफ भी कर रहे थे — एक गुनहगार ने अंत में भी सही रास्ता चुन लिया है|

नैतिक शिक्षा:

सच्चाई चाहे जितनी भी छुपायी जाती है | परन्तु देर से सामने आएगी, वो हमेशा अपने सामने आते समय साथ न्याय लेकर आती है। झूठ के महल, देर-सवेर, जरुर ढह जाते हैं।

निष्कर्ष :- 

आखिरी पैगाम दो दोस्तों एक अद्भुत कहानी : Moral Story in Hindi यह कहानी दो दोस्तों की है | जिसमे एक दोस्त पत्रकार है एवं दूसरा दोस्त एक आम था जो एक हादसे में उसकी मौत हो चुकी है | जो की वह घटना जूठी थी अपने बेईमान दोस्त को सही रास्ते लाने में सफलता प्राप्त की है | 

1 thought on “आखिरी पैगाम दो दोस्तों एक अद्भुत कहानी : Moral Story in Hindi”

Leave a Comment