Hawa mahal Jaipur history in India Rajasthan 

Hawa mahal Jaipur history in India Rajasthan 

प्रिय पाठको क्या आपको पता है की हवा महल कहाँ स्थित है | आज हम Hawa mahal Jaipur के इस लेख के माध्यम से हवा महल के बारे विस्तार से अध्ययन करेंगे | की हवा महल को क्या कहाँ जाता है | और ये महल राजस्थान में कहाँ स्थित है | यह महल कब एवं किसने बनवाया था | इस महल में कितनी झरोखिया है | यह सम्पूर्ण जानकारी Hawa mahal Jaipur के इस लेख के माध्यम से दी गई है | ये भी पढ़े :- कोटा का इतिहास

Hawa mahal Jaipur history in India Rajasthan 
Hawa mahal Jaipur

Hawa mahal Jaipur | हवा महल जयपुर

Hawa mahal Jaipur हवा महल को पैलेस ऑफ विंड्स के नाम से भी जाना जाता है | यह महल भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले में स्थित है | राजस्थान राज्य के जयपुर जिले को पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है | हवा महल की बनावट राजपूत संस्कृति एवं शैली को दर्शाता है | एवं उस महल में 953 छोटी झरोखिया की श्रंगारिक दिशाओ की और है | जो गर्मियों के मौसम में हवा महल को ठंडा रखने में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है | 

हवा महल को बनाने का कारण यह था की राजमहल के सभी सदस्यों को जनता से अलग रखना एवं राजमहल की सदस्यों को गोपनियाताओ बनाये रखना था | राजमहल सड़क पर स्थित होने की स्थिति में वहां से गुजरने वाले लोगो को अन्दर का जीवन दृश्य दिखाई देता है | राजमहल एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक है | जो की राजस्थान का कल्चर एवं पहनावे और संगीत तथा त्यौहार के अतिरिक्त अनेखो किलो के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है | यहाँ के इतिहास को बार बार पढ़ने में मन लगता है |

हवा महल का इतिहास | Hawa mahal history

Hawa mahal Jaipur हवा महल जयपुर की बनाई गई दीवारों पर बने फुल – पत्तियों में राजपूत शिल्पकला का एक अनोखा नमूना है | एवं पत्थरो पर की गई मुग़ल शैली की नक्काशी मुग़ल शिल्प का अनोखा उदहारण देखने को मिलता है | इस महल में उत्सवो के लिए पहले मंजिल पर शरद मंदिर का निर्माण किया हुआ है | एवं दूसरी मंजिल पर रतन मंदिर का निर्माण किया हुआ है उसे ग्लासवर्क से सजाया हुआ है |

अन्य मंजिलो पर विचित्र मंदिर एवं रतन मंदिर और हवा मंदिर का निर्माण है | हवा महल से जयपुर के विभिन्न रंगों को देखा जा सकता है | इस महल में जाने के लिए सिटी पैलेस से एक शाही दरवाजा बना हुआ है | जो हवा महल का प्रवेश द्वार है | यहाँ पर तीन इमारते दो मंजिलो की बनी हुई है | जो की तीनो तरफ बड़े प्रांगण को घेरा हुआ है | इस मंजिलो के पूर्व में हवा महल स्थित है | राजस्थान के जयपुर जिले में राजा एवं महाराजाओ के द्वारा बनाये गए ऐतिहासिक किले एवं वास्तुकला लोगो ओ बहुत आकर्षित करती है | 

जैसे :- नाहरगढ़ किला एवं जयगढ़ किला और आमेर का किला यहाँ पर लोगो का हर मौसम में भीड़ लगी होती है | यहाँ की बनावट एवं वास्तुकला एक अनोखी है | भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले में बने इस हवा महल को देखने के लिए लोग दूर-दूर एवं देश – विदेश से लोगो का आगमन होता है | हवा महल को वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में भी शामिल किया गया है 

 हवा महल का निर्माण किसने करवाया | Hawa Mahal ka Nirman kisane karavaya

Hawa mahal Jaipur हवा महल का निर्माण सन्न 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्वितीय के द्वारा करवाया गया था | ये महाराजा कछवाह राजपूत वंश के राजा थे | एवं जयपुर के संस्थापक महाराजा जय सिंह द्वितीय के पोते महाराजा सवाई सिंह प्रताप सिंह द्वितीय थे | हवा महल का निर्माण जयपुर के शासको के द्वारा करवाया गया था | 

इस महल में वास्तुकला अनोखी है जो शहरी नियोजन का हिस्सा है | महाराजा सवाई सिंह द्वितीय को कला एवं वास्तुकला का अच्छा ज्ञानी माना जाता था | जो हवा महल एवं उसकी वास्तुकला उसका प्रमाण है | हवा महल में आकृतिया एवं डिजायन जटिल और अनोखी है | हवा महल कार्यात्मक एवं सौंदर्य दोनों से भरपूर है | और हवा महल के हर उद्धेश्यो को पूरा करता है | 

जिससे शाही महिलाओ को वेंटिलेशन एवं गोपनीयता रखने में मदद करता था | एवं उस समय की कला और कौशल को देखता है | वर्त्तमान समय में हवा महल जयपुर में समृद्ध संस्कृति विरासत एवं स्थापत्य उत्कृष्टा के प्रतिक के रूप में खड़ा है | जो दुनिया भर से लोग हवा महल को देखने के लिए आते है | एवं पर्यटकों को हवा महल की सुन्दरता वन ऐतिहासिक महत्त्व को देखने पर लोग हवा महल की और आकर्षित होते है |

हवा महल कहाँ स्थित है | Hava Mahal Kaha Sthit Hai

Hawa mahal Jaipur हवा महल भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले में स्थित है | राजस्थान के जयपुर जिले को गुलाबी नगरी भी कहा जाता है | हवा महल यहाँ पर स्थित है | इस महल की यह ख्वासियत है की इस महल को देखने के बाद देखते रहने का मन लगा रहता है | 

नाम से ही पता चलता है की हवाओ के रूप में जानी जाने वाले हवा महल में कई प्रकार की कहानियां छिपी हुई है | इस महल में लगी खिड़कियो में से आस-पास का नजारा देखने में एक अनोखा दिखाई देता है | 

हवा महल में कितनी खिड़कियां है | Hava Mahal me kitani khidikiya hai

Hawa mahal Jaipur हवा महल में खिड़कियां एवं छोटे छोटे झरोखे कुल 953 है | जो इस महल का एक अनोख आकर्षक केंद्र है | ये खिड़कियां इस महल की सुंदरता को बढ़ावा देती है | 

हवा महल क्यों प्रसिद्ध है | Hava Mahal Kio Preside Hai

Hawa mahal Jaipur हवा महल में लगी जालीदार गुलाबी रंग की खिड़कियो के लिए प्रसिद्ध है | इस खिड़कियो से जयपुर शहर का खुबसूरत नजारा देखने में अनोख दिखाई देता है | इस महल को वहां के राजपूत सदस्यों एवं शाही महिलाओ के लिए बनाया गया था | जिससे शाही महिलाएं इस महल में होने वाले नाटक एवं नृत्य को देख सके एवं उसका आनंद ले सके | और शाही महिलाएं खिड़कियो से जयपुर शहर का खुबसूरत नजारा भी आराम से देख सकती थी | 

हवा महल की वास्तुकला | Hava Mahal ki Vastukala

1. बाहरी मुखौटा 

हवा महल की प्रमुख मुख्य विशेषता इस महल का बाहरी मुखौटा है | जो की उसका निर्माण करने मुख्य पत्थर गुलाबी बलुआ से बनाया गया है | मुखौटे पर कई तरह की छोटी खिड़कियो एवं झरोखे से एवं जटिल दिजयिनो इस मुखौटे का निर्माण किया गया है | यह मुखौटा आकर्षक का केंद्र है | 

2. झरोखे 

झरोखे हवा महल की वास्तुकला का मुख्य आकर्षक केंद्र है | यहाँ पर कुल 953 झरोखे है | इस बने झरोखों के प्रत्येक की बनावट एक दुसरे से भिन्न है | ये झरोखे कार्यात्मक एवं सौंदर्य के प्रतिक है | इस झरोखों से महल में ठंडी हवा प्रवाहित होती है | जिससे महल ठंडा रहता है | एवं शाही महिलाये पर्दा व्यवस्था के चलते गोपनीयता बनाये रखती थी जिसके फलस्वरूप महिलाएं झरोखों से जालीनुमा पर्दा लगाकर होने वाले नृत्य एवं जुलूसो और सास्कृतिक प्रोग्राम को देखकर उसका आनंद उठती थी | 

3. वेंटिलेशन 

इस महल में लगे खिड़कियो के ऊपर वेंटिलेशन इस महल की सुंदरता का प्रतिक है जो व्यवहारिक उद्धेश्य को भी पूरा करता है | इस वेंटिलेशन से हवाओ के चलने के लिए सुविधा के आधार पर बनाया गया है | जिसके करण से राजस्थान की गर्मी के मौसम में भी इस महल को आरामदायक बना देती है | इस महल की वास्तुकला राजपूत एवं मुग़ल शैलियों का मिश्रण है | जो राजस्थान राज्य की संस्कृति को प्रभावित करती है | हवा महल की बनावट एवं डिजाईन एक अनोखे रचनात्मकता का प्रमाण है | 

हवा महल की मंजिलो के नाम | Hava Mahal Ki manjilo ke name

  • प्रकाश मंदिर :- इस महल को हवा महल का भूतल महल कहा जाता है | इस महल में जाने के लिए एक भव्य द्वार है | इस महल में इतिहास एवं वास्तुकला और राजस्थान की कलाकृतियों से बनाया गया एक छोटा संग्रहालय महल है | 
  • रतन मंदिर :- हवा महल की पहली मंजिल को रतन मंदिर कहा जाता है | जो की इस मंजिल पर लगे झरोखों से शहर का खुबसूरत दृश्य दिखाई देता है | 
  • विचित्र मंदिर :- हवा महल की दूसरी मंजिल को विचित्र मंजिल के नाम से जानी जाती है | यह मंजिल उत्कृष्ट वास्तुकला एवं जटिल डिजाईन के लिए जानी जाती है | 
  • प्रणय मंदिर :- हवा महल की तीसरी मंजिल को प्रणय मंदिर के नाम से जानी जाती है | यह मंजिल शांत वातावरण एवं ठंडी हवा के लिए विश्व में प्रसिद्ध है | 
  • ईश्वर मंदिर :- हवा महल की चौथी मंजिल को ईश्वर मंदिर के रूप में जानी जाती है | यह मंजिल जयपुर का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती है | 
  • श्रृंगार मंदिर :- हवा महल की पांचवी एवं सबसे ऊँची मंजिल है जो श्रृंगार मंदिर के नाम से जानी जाती है | यह मंजिल जयपुर शहर के एवं उसके आस-पास का उत्कर्ष शानदार दृश्य देखने को मिलता है |

Hawa mahal Jaipur हवा महल में बनी ये मंजिले शाही महिलाओं के आरक्षित मंजिले थी | जो की शाही महिलाओं को गोपनियताओं को बनाएं रखते हुए जयपुर शहर में हो रहे सांस्कृतिक प्रोग्राम एवं त्योहारों में हो रहे धार्मिक उत्सव और शहर में भरने वाले वार्षिक मेलो तथा नृत्य मनोरंजन कलाओ का भरपूर आनंद इस मंजिलो के द्वारा शाही महिलाएं लेती थी | हवा महल की ये मंजिले ऐतिहासिक एवं स्थापत्य कला की महत्वता को बढ़ावा देती है | 

हवा महल जाने का मार्ग | Hava Mahal Jane Ka marga

Hawa mahal Jaipur भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध हवा महल राष्ट्रिय एवं अंतराष्ट्रीय पर्यटकों को अपनी और प्रभावित करता है | इस महल में संग्रहालय में संरक्षित प्राचीन कलाकृति एवं सांस्कृतिक विरासत और राजपूतो वंशजो को शानदार जीवन शैली देखने को मिलती है | 

1. हवाई मार्ग :- भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले में जयपुर शहर से लगभग 5 किलोमीटर की दुरी पर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है | जो भारत के प्रमुख शहरो से जुड़ा हुआ है | हवाई अड्डे से हवा महल के लिए प्री-पेड़ टेक्सी या ओटों सेवा से हवा महल जा सकते है | हवाई मार्ग से हवा महल लगभग 20 से 30 मिनट की दुरी पर स्थित है | 

2. ट्रेन के द्वारा :- भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले के जयपुर शहर में प्राथमिक रेलवे स्टेशन है | जो की सम्पूर्ण भारत देश के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह जुडी हुई है | जयपुर शहर में प्राथमिक रेलवे स्टेशन से हवा महल जाने के लिए टेक्सी या ओटों सेवा की सहायता से हवा महल जा सकते है | हवा महल रेलवे स्टेशन से लगभग 6 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है | वहां पर पहुँचाने ले लिए 20 से 25 मिनट का समय लग सकता है |

3. सड़क मार्ग :-  अगल सड़क मार्ग से हवा महल जाना चाहते है | तो जयपुर भारत देश के राष्ट्रिय मार्ग से जुड़ा हुआ है | हवा महल तक अपने वाहन से स्वयं जा सकते है | एवं जयपुर से टेक्सी या ओटो रिक्सा किराए से भी जा सकते है | 

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निष्कर्ष :

Hawa mahal Jaipur हमारी टीम ने हवा महल के इस लेख के माध्यम से जयपुर में स्थित हवा महल की सम्पूर्ण जानकरी आपसे साझा की गई है हमें उम्मीद है की आपको यह Hawa mahal Jaipur की सम्पूर्ण जानकरी अच्छी लगी होगी | इसी प्रकार महत्वपूर्ण जानकारी एवं इतिहास से सम्बंधित जानकारी के लिए हमारी वेबसाईट पर विजिट करे |

FAQ

हवा महल क्यों प्रसिद्ध है?

हवा महल में लगी जालीदार गुलाबी रंग की खिड़कियो के लिए प्रसिद्ध है |

हवा महल का पुराना नाम क्या है?

हवा महल को पैलेस ऑफ विंड्स के नाम से भी जाना जाता है | 

हवा महल किस दिन बंद रहता है?

हवा महल शुक्रवार एवं शनिवार के  दिन बंद रहता है | 

Hava mahal Kisne Banwaya Tha

Hava mahal Maharaja Savaii Pratap Singh Dwitiya ne Banwaya Tha