Hariyali Amavasya Kab hai | हरियाली अमावस्या के बारे में जाने शुभ मुहुर्त और महत्त्व सम्पूर्ण जानकारी
Hariyali Amavasya Kab hai सावन महीने को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी Hariyali Amavasya के दिन पितरो की पूजा करके दान करना शुभ माना जाता है | सावन महीने की 17 तारीख को सोमवार के दिन हरियाली अमावस्या है | हिन्दू धर्म में पिरतो की शांति के लिए हरियाली अमावस्या महत्वपूर्ण रूप से मणि जाती है |ये भी पढ़े :- Mahatma Gandhi English Medium School
मान्यताओ के अनुसार हरियाली अमावस्या के दिन पवित्र नदी में नहाने के बाद दान करने से पितृ दोष से मिक्ति मिल जाती है | एवं काल सर्प दोष एवं शनि दोष से भी मुक्ति मिल जाती है | हम जानते है की हर अमावस्या एक पर्व की तरह होती है | परन्तु वर्ष में एक बार हरियाली अमावस्या को बहुत महत्वपूर्ण रूप से माना जाता है |
Facts about Hariyali Amavasya 2024 | हरियाली अमावस्या के बारे में तथ्य
- this Amavasya of Shravan month is also considered very important in India.| भारत में श्रावण मास की हरियाली अमावस्या को भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
- Hariyali Amavasya is also known as Shravani Amavasya.| हरियाली अमावस्या को श्रावणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
- On the day of Pitra Visarjan, the ancestors who came to earth on this Amavasya are remembered and bid farewell to them.| पितृ विसर्जन के दिन हरियाली अमावस्या पर धरती पर आए पूर्वजों को याद किया जाता है और उन्हें विदाई दी जाती है।
- Peepal trees must be worshipped on the day of is Amavasya in Pitru Paksha. | पितृ पक्ष में हरियाली अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करनी चाहिए।
- On the day of is Amavasya in Pitru Paksha, Brahmin priests are helped in giving food, clothes and donations.| पितृ पक्ष में हरियाली अमावस्या के दिन ब्राह्मण पुरोहितों को भोजन, वस्त्र और दान देने में मदद की जाती है।
- On the day of is Amavasya in Pitru Paksha, the house should be thoroughly cleaned and Gangajal should be kept in the fourth house.| पितृ पक्ष में हरियाली अमावस्या के दिन घर को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए और चौथे घर में गंगाजल रखना चाहिए।
- All fragrant white flowers can be used on this Amavasya except lotus, malati, juhi and champa flowers.| हरियाली अमावस्या पर कमल, मालती, जूही और चंपा के फूलों को छोड़कर सभी सुगंधित सफेद फूलों का उपयोग किया जा सकता है।
- On the day of is Amavasya, the ancestors are burnt by the head of the house.| हरियाली अमावस्या के दिन घर के मुखिया द्वारा पितरों को जल दिया जाता है।
Hariyali Amavasya 2024 Shubh Yoga | हरियाली अमावस्या शुभ मुहूर्त
- हिंदी पंचांग के अनुसार हरियाली अमावस्या का सावन महीने का दूसरा सोमवार है |
- हरियाली अमावस्या सोमवार के दिन होने से सोमती अमावस्या के रूप में मनाई जाएगी |
- नहाने एवं दान करने का समय :- सुबह 4 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा |
- पूजा के लिए सुबह का मुहूर्त :- सुबह 9 बजे से सुबह 10:45 बजे तक रहेगा |
- पूजा के लिए शाम का मुहूर्त :- शाम 5:30 बजे से शाम 7 : 20 तक रहेगा |
Hariyali Amavasya 2024 Benefit | हरियाली अमावस्या के दिन क्या करे
हरियाली अमावस्या को पूर्व जीवन पर्यावरण के लिए महत्त्व पूर्ण माना जाता है | हरियाली अमावस्या के दिन घरो एवं मंदिरों में पौधे लगाये जाते है | हिन्दू धर्म के अनुसार माना जाता है की पेड़ एवं पौधो में भगवान ( देवताओ ) का वास माना जाता है |
कहा जाता है हरियाली अमावस्या के दिन पेड़ एवं पौधे लगाने से जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है | एवं हरियाली अमावस्या किसानो का महत्वपूर्ण त्यौहार है | उस दिन किसान अपने संसाधनों की पूजा करता है | और भगवान से अच्छी फसल की पैदावार की कामना करता है |
Hariyali Amavasya के दिन महिलाये अपने अखंड सौभाग्य के लिए सुहागन औरते ( महिलाये ) श्रृंगार का वस्तुओ का वितरण करती है |
निष्कर्ष :-
hariyali amavasya kab hai के इस लेख में हमारी टीम ने जानकारी के अनुसार सम्पूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से दी गई है | हमें आशा है की hariyali amavasya kab hai का लेख आपको बहुत पसंद आयेया |