मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव जी का मेला सिरोही राजस्थान ( Goutam Ji Mela )

मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव जी का मेला सिरोही राजस्थान ( Goutam Ji Mela )

प्रिय पाठकों आज हम मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव जी का मेला राजस्थान राज्य के सिरोही जिले में स्थापित भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव मंदिर में भरने वाले मीणा जाती के भव्य विशाल मेले के बारे में  विस्तार से अध्ययन करेंगे की यह मेला कब भरा जाता है | इस मंदिर में कौनसे भगवान का मंदिर स्थापित है | ये भी पढ़े : –  माउंट आबू की जानकारी

मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव जी का मेला

मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा गौतम जी या गौतम ऋषि महादेव मंदिर अरावली पर्वत श्रृंखला के मध्य सुकडी नदी के पर स्थित है | यह मंदिर राजस्थान के सिरोही जिले शिवगंज तहसील में स्थित है | एवं शिवगंज तहसील के ग्राम पोसालिया से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गौतम ऋषि महादेव मंदिर है | जो मीणा समाज के आराध्य देव है | 

मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव जी का मेला सिरोही राजस्थान ( Goutam Ji Mela )
मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव जी का मेला सिरोही राजस्थान ( Goutam Ji Mela )

मीणाओं के महाकुंभ भूरिया बाबा मंदिर में प्रमुख मंदिर है जो की भगवान गौतम ऋषि महादेव मंदिर, गंगा माँ का मंदिर, चामुंडा माता का मंदिर, मत्स्य अवतार भगवान श्री मिनेश भगवान का मंदिर, मीणा समाज के संत शिरोमणि नाथ जी महाराज का मंदिर,मीणा समाज के आदि पुरुष एवं ऋषि मुनियों का मंदिर, और घाटम दास भगवान का मंदिर एवं अन्य साधु एवं संतों के प्रमुख मंदिर मीणाओं के महाकुंभ भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव मंदिर के परिसर में स्थित है | 

मीणाओं के महाकुंभ भूरिया बाबा या गौतम ऋषि महादेव मंदिर से जिला मुख्यालय एवं उपखंड मुख्यालय की दूरी कितनी है ?

मीणाओं के महाकुंभ भूरिया बाबा या गौतम ऋषि महादेव जी का मंदिर राजस्थान राज्य के सिरोही जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर एवं  उपखंड शिवगंज मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर गौतम ऋषि महादेव मंदिर स्थित है | 

भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव जी का मेला कब भरा जाता है 

मीणाओ का महाकुंभ भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव का मेला प्रतिवर्ष अप्रैल महीने में दिनांक 14 अप्रैल से 15 अप्रैल तक भरा जाता है | इस मेले की सम्पूर्ण तैयारी मीणा समाज के द्वारा की जाती है | मेले की तैयारी में मीणा समाज के कार्यकर्ता कई दिनों से पूर्व से मेले की तैयारी में जुट जाते है |

भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव जी के मेले की घोषणा हो जाने के बाद मीणा समाज के लोग शराब को पीना छोड़ देते है | मेले में शराब पीकर आना पूर्ण होता है |भूरिया बाबा गौतम ऋसी महादेव के मेले की समस्त व्यवस्था मीणा समाज के कार्यकर्ता ही करते है | इस मेले में पुलिस को आना सख्त माना है | 

भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव का राजस्थान में मीणाओ का महाकुंभ का सबसे बड़ा मेला 

भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव जी का मेला पच्चिम राजस्थान में सबसे विशाल मेला भरा जाता है | इस मेले में गंगा माता मेले के दिन पानी गंगा कुंड से होते हुए सुकडी नदी में आता है | अप्रैल महीने की तपती गर्मी में सुकड़ी नदी में गंगा माता का पानी नदी में तीन फीट की गहराई में आता है |

इस दिन सम्पूर्ण मेले मीणा समाज के लोग गंगा माता की पूजा अर्चना करते है | यह दिन मीणा समाज का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है | इस मेले में सम्पूर्ण मीणा समाज के लोग बड़ी उत्साह से भाग लेते है | भूरिया बाबा गौतम ऋसी महादेव का यह मेला दो दिनों तक भरा जाता है |

इस मेले के दो दिन में शासन प्रशासन समस्त जिम्मेदारी प्राचीन काल से चलती आ रही परम्परा के अनुसार मीणा समाज के पंच-पटेल एवं मीणा समाज के युवाओ के द्वारा की जाती है | इस मेले स्थानीय राज्य सरकार के कर्मचारी सहयोग भी करते है | परन्तु वर्दी पहने हुए पुलिस कार्मिको को मेले आना वर्जित है | 

इस मेले की मीणा समाज की प्राचीन समय से चली परम्परा है | जो मीणा समाज को सामाजिक एकता एवं समरसता के प्रतीक के रूप में माना जाता है | भूरिया बाबा गौतम ऋषि महादेव का मंदिर विश्वसनीय धार्मिक स्थल के रूप में माना जाता है | और मीणा समाज के आस्था का केंद्र है |  

भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव की जय कारे 

मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव की जयकारे जोर जोर से बाले जाते है | ऋषि मुनिवर घाटम दास संत को मीणा समाज भूरिया बाबा के नाम से जानते है | इस मेले में मीणा समाज के लोग भूरिया बाबा की जयकारे के साथ मेले आते एवं मेले से प्रस्थान करते है |  इस मेले में लगभग 4 लाख से अधिक मीणा समाज के लोग आते है | इस मेले में दक्षिण राजस्थान सिरोही, जालोर, पाली,जालौर एवं सम्पूर्ण भारत के मीणा समाज के लोग मेले में भाग लेते है | 

भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव के मंदिर परिसर में मीणा समाज के ऐतिहासिक प्रमाण एवं इतिहास से संबंधित कई भवन एवं स्मारक स्थित है | यहाँ पर मीणा समाज के इतिहास एवं संस्कृति की झलक देखने को मिलती है |      

मीणा समाज भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि की शपथ के बाद कभी झूठ नहीं बोलते 

भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव के प्रति इतनी बड़ी श्रदा रखते है की उसके नाम की शपथ लेकर मीणा समाज कभी झूठ नहीं बोलते है एवं कोई गलत कार्य भी नहीं करते है | यह मेला आदिवासी मीणा समाज के लिए सांस्कृतिक एवं सामाजिक धार्मिक वार्षिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है | इस मेले में मीणा समाज की वर्षो पुरानी चल रही परम्परा का निर्वहन करते है | 

मीणा समाज के लोग इस मेले में अस्थाई बसेरा (उठाईया ) में अपने रिश्तेदार एवं मित्रों और विशेषकर जवाईयो को बुलाकर मेहमान नवाजी करते है |इस समाज की विशेष बात यह की इस मेले में अपने जमाई को अपने अस्थाई बसेरो में बुलाया जाता है | और जमाई के सम्मान में महिला एवं युवतियां लोकगीत गाती है | 

भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव के  मेले में मीणा समाज के लोग अपने जवान बच्चो के शादी के रिश्ते भी तय करते है | इस अस्थाई बसेरो में रिश्तेदारों एवं मित्रों को भोजन एवं मिष्ठान और चूरमा की मनावर की जाती है | इस मेले भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव की जयकारे बेले जाते है | 

मेले के दिन महाआरती में मीणा समाज के श्रद्धालु हवन कुंड में नारियल की आहुति देकर सुख-समृद्धि की कामना करते है | मेले के अंतिम समय में भी मेले में लगे हट बाजार में खरीदारी करना एवं रिश्तेदारों से मिलना खाने एवं पीने की वस्तुओं से एक दुसरे मनावर करना एवं बड़ी उत्साह से मेले का आनन्द लिया जाता है | 

इस मेले में खिलौने की दुकान एवं झूले और खानपान की कई सारी दुकाने लगती है | जो इस मेले की शोभा बढ़ाती है | और इस मेले में उत्साह एवं उमंग की अनोखी संस्कृति देखने को मिलती है | इस मेले में युवा पग में घुंघरू बांधकर एवं हाथों में रंग छतरी के साथ नृत्य करते है | और भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव जी के गीत गाते है | यह मेला एक अनोखा मेला भरा जाता है |

निष्कर्ष : –

मीणाओं के महाकुंभ में भूरिया बाबा एवं गौतम ऋषि महादेव  जी का मेला सिरोही राजस्थान के बारे में सम्पूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से दी गई है की यह मेला कहा भरा जाता है एवं यह मेला कब भरा जाता है | और इस मेले की क्या विशेषता है | यह सम्पूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से दी गई है |  

Disclaimer: Emitra Gyan is not the owner of this Fair of Bhuria Baba and Gautam Rishi Mahadev Ji in Mahakumbh of Meena Sirohi Rajasthan neither created nor scanned. We provide the links which are already available on the internet. For any question, we are requested to kindly contact us, we assure you that we will try our best. We do not support privacy, this copy is provided for those students who are financially troubled but are deserving of learning.

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