Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi | रानी लक्ष्मी बाई का जीवन परिचय हिंदी मे

प्रिय पाठको आज हम इस पोस्ट के माध्यम से Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के बारे में अध्धयन करेंगे की रानी लक्ष्मी बाई के जीवन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से एवं रानी लक्ष्मी बाई के ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ भारतीय विद्रोह, रानी लक्ष्मी बाई का जन्म, रानी लक्ष्मी बाई के माता-पिता का नाम, रानी लक्ष्मी बाई का पालन-पोषण Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के बारे में आज हम विस्तार से अध्ययन करेंगे | 

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi | रानी लक्ष्मी बाई का जीवन परिचय हिंदी मे
Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi | रानी लक्ष्मी बाई का जीवन परिचय हिंदी

रानी लक्ष्मी बाई का जन्म 16 नवम्बर 1934 को हुआ था | रानी लक्ष्मी बाई के बचपन का नाम मणिकर्णिका था | एवं उसके पिता का नाम मोरोपन्त एवं माता का नाम भागीरथी बाई था | रानी लक्ष्मी बाई को झाँसी की रानी के नाम से भी जाना जाता है | रानी लक्ष्मी बाई की 4 वर्ष की उम्र में ही उसकी माता भागरथी बाई का देहांत हो गया था | एवं उसका पालन – पोषण उसके पिता मोरोपन्त के द्वारा बिठूर के पेशवाई राजमहल में हुआ था | 

Rani Lakshmi Bai History | रानी लक्ष्मी बाई का इतिहास 

01 नाम मणिकर्णिका 
02 रानी लक्ष्मी बाई क जन्म 19 नवम्बर 1828 में वाराणसी भारत में हुआ था |
03 रानी लक्ष्मी बाई का उपनाम मनु बाई एवं लक्ष्मी बाई और झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई तथा छबली था |
04 रानी लक्ष्मी बाई का विवाह सन्न 1842 में  झाँसी के राजा महाराजा गंगाधर राव के साथ हुआ था | 
05 रानी लक्ष्मी बाई की माता का नाम रानी लक्ष्मी बाई की माता का नाम भागरथी बाई था | 
06 रानी लक्ष्मी बाई के पिता का नाम रानी लक्ष्मी बाई के पिता का नाम मोरोपन्त था |  
07 रानी लक्ष्मी बाई के पुत्र का नाम रानी लक्ष्मी बाई के पुत्र का नाम दामोदर एवं आनंद राव था | 
08 रानी लक्ष्मी की मृत्यु रानी लक्ष्मी बाई की मृत्यु 17-18 जून 1858 को युद्ध में घायल हो जाने के कारण से 29 वर्ष में हुई थी |
Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi

रानी लक्ष्मी बाई की शिक्षा | Rani Lakshmi Bai Ki Shiksha 

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के एस लेख में जब मोरोपन्त बिठूर आये तब बाजीराव के यहाँ निवास करते थे | उस समय रानी लक्ष्मी बाई पेशवाई के राजमहल में रहती थी | पेशवाई के राजमहल में बाजीराव के दत्तक पुत्र नाना साहब एवं उसके भाई बाला साहब और उसके भतीजे राव साहब के साथ पेशवाई राजमहल में निवास कराती थी |

बाजीराव के द्वारा बच्चो के लिए अच्छी शिक्षा की व्यवस्था की गयी थी | उस शिक्षा में बच्चो की पढ़ना एवं लिखना और अस्त्र चलाना तथा घुड़सवारी की शिक्षा दी जाती थी | उस समय रानी लक्ष्मी बाई का नाम मनु बाई था | रानी लक्ष्मी बाई ने पेशवाई बच्चो के साथ सम्पूर्ण शिक्षा प्राप्त की गयी थी | 

रानी लक्ष्मीबाई का विवाह | Rani Lakshmibai ka Vivah

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के इस लेख के अनुसार रानी लक्ष्मी बाई का विवाह सन्न 1942 में उत्तर भारत में मराठा शासित राज्य झाँसी के राजा महाराजा गंगाधर राव के साथ हुआ था | रानी लक्ष्मी बाई की शादी कम उम्र में हुई थी | उस समय उसकी उम्र 14 की थी | रानी लक्ष्मी बाई का नाम उसकी शादी के बाद दिया गया था | रानी लक्ष्मी बाई पर कठिनाई उस समय आ गई थी जब उसकी कोई संतान नहीं होने पर उसके पति की मृत्यु हो गई थी |

उस समय ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रानी लक्ष्मी बाई के दत्तक पुत्र को झाँसी के राजा के रूप में मानने से मना कर दिया गया | इसके बाद अंग्रेजो के द्वारा 1954 में झाँसी पर कब्ज़ा कर लिया गया एवं रानी लक्ष्मी बाई को राजमहल छोड़कर नगर में स्थित राजमहल में रहने के आदेश दिए गए | अंग्रेजो ने रानी लक्ष्मी बाई को प्रति वर्ष 5000 रुपये खर्च के पेंशन को मंजूरी दी गई | उस समय सम्पूर्ण भारत में सूत्र लार्ड डलहौजी का शासन था | 

रानी लक्ष्मी बाई की शासन प्रणाली | Rani Lakshmi Bai Ki Shasan Pranali

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के इस लेख के अनुसार रानी लक्ष्मी बाई की शासन प्रणाली यह थी की भारत को अंग्रेजो से आजाद करवाने में रानी लक्ष्मी बाई का नाम बड़े आदर से लिया जाता है | महारानी लक्ष्मी बाई जो की मराठा साम्राज्य की सत्ताधारी शासक थी | उसकी शासक प्रणाली मराठा परंपरा शासन प्रध्दती के अनुसार थी |

रानी लक्ष्मी के द्वारा कई शासन प्रणाली के सुधार किये गए थे | 3 अप्रेल 1858 में अंग्रेजो ने झाँसी को अपने अधिकार में लिया गया गया | तब रानी लक्ष्मी बाई ने मर्दानी कपडे पहनकर अपने सिपयियो के साथ अंग्रेजो के सेना के घेरे को तोड़कर बाहर निकल गई एवं कल्पी जाकर गदर एवं अन्य नेताओ के साथ मिलकर अंग्रेजो का मुकाबला किया |  

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झाँसी का युद्ध | Jhansi Ka Yudh

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के अनुसार झाँसी का युद्ध को घेराबंदी के रूप में जाना जाता है | यह युद्ध 1857-58 के मध्य भारतीय विद्रोह के दौरान हुआ था | इस युद्ध के दौरान सेना में अधिकतर महिला सेना की भर्ती की गयी थी | इस युद्ध में झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई ने ब्रिटिश सेना के खिलाफ होकर झाँसी शहर की रक्षा की थी

Rani Lakshmi Bai Ki Samadhi | रानी लक्ष्मीबाई की समाधि

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के इस लेख के अनुसार रानी लक्ष्मीबाई की समाधी झाँसी के फुल बाग में बनी हुई है | यह समाधी ग्वालियर की महिला महान योद्धा की है | इस समाधी पर बनी रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा आठ मीटर ऊँची है | यहाँ के लोगो का कहना है की रानी लक्ष्मीबाई का अंतिम संस्कार करने के बाद इसके अवशेषों को इस समाधी के नीचे दफनाया गया था | उस समय से इस समधी को झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई के नाम से जानी जाती है |

निष्कर्ष :- 

Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के इस लेख में हमारी टीम ने रानी लक्ष्मी बाई के जीवन की सम्पूर्ण जानकरी इस लेख के माध्यम से दी गई है की रानी लक्ष्मी बाई का जीवन परिचय क्या था एवं लक्ष्मी बाई के जन्म का इतिहास और शिक्षा,विवाह,शासन प्रणाली , रानी लक्ष्मी बाई का युद्ध तथा रानी लक्ष्मी बाई की समाधी के बारे में Rani Lakshmi Bai Biography in Hindi के इस लेख के माध्यम से सम्पूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से दी गई है |

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