पटवो की हवेली | इतिहास | वास्तुकला | रोचक तथ्य सम्पूर्ण जानकारी | Patwon Ki Haveli

पटवो की हवेली | Patwon Ki Haveli

प्यारे दोस्तों आज हम जानेंगे पटवो की हवेली के बारे में की राजस्पथान राज्य के जैसलमेर जिले में पटवो की हवेली का निर्माण किसने करवाया था | एवं इस हवेली का वास्तु कला क्या है | और हवेली के रोचक तथ्य तथा ये हवेली किसने एवं कब बनाई गई थी सम्पूर्ण जानकारी के बारे आज हम अध्धयन करेंगे | ये भी पढ़े : – राजस्थान के प्रतीक चिन्ह

पटवो की हवेली | Patwon Ki Haveli
पटवो की हवेली | Patwon Ki Haveli

पटवो की हवेली का इतिहास | Patwon Ki Haveli

पटवो की हवेली राजस्थान राज्य के जैसलमेर जिले की एक महत्वपूर्ण हवेली है | जो वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण नमूना है | इस हवेली का निर्माण सन 1805 ईस्वी में किया गया था एवं हवेली का निर्माण गुमान चंद पटवा के द्वारा करवाया गया था | यह हवेलो जैसलमेर में दो कारणों से प्रसिद्ध है | पहला कारण यह है की इस हवेली का निर्माण सबसे पूर्व जैसलमेर में करवाया गया था | एवं दूसरा कारण ये की 5 हवेलियों को मिलाकर इस हवेली का निर्माण किया गया है | कहा जाता है की गुमान चंद पटवा बहुत बड़े धनी व्यक्ति एवं प्रसिद्ध व्यापारी था |

गुमान चंद पटवा ने अपने 5 पुत्रो के लिए अगल से हवेली बनाई थी | पटवो की हवेली ब्रोकेड व्यापारियों की हवेली के नाम से भी जाना जाता है | गुमान चंद पटवा का परिवार कपड़ो में इस्तेमाल होने वाले सोने चांदी के धागों का कारोबार करता था | यह भी कहा जाता है की व्यापारियों के द्वारा अफीम की तस्करी एवं धन उधार में बहुत धन कमाया था |

पटवो की हवेली राजस्थान राज्य के जैसलमेर जिले सबसे बड़ी हवेली है | जो काफी छोटी गली में स्थित है | यह हवेली वर्त्तमान समय में राजस्थान सरकार के अधिन है | भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एवं राज्य कला और शिल्प विभाग का कार्यालय इस हवेली में स्थित है | यह हवेली इमारती पीले बलुआ पत्थर से बनी हुई है | हवेली का मुख्य द्वार भूरे रंग का है |

पटवो की हवेली की वास्तुकला

पटवो की हवेली जैसलमेर शहर के मध्य ( बीच ) में स्थित है | यह हवेली वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है | इस हवेली को लाला बलुआ पत्थर एवं पत्थर एवं लकड़ी से बने अपने पोर्टिको के सुन्दर जली के काम के लिए जाना जाता है | इस हवेली में एक शानदार अपार्टमेंट एवं सुंदर भित्ति चित्रों से चित्रित और जटिल पीले बलुआ पत्थर तथा नक्काशीदार झरोखों और बालकनियो, प्रवेश द्वार, दरवाजो के लिए प्रसिद्ध है |

पटवो की हवेली मुख्य प्रवेश द्वार भूरे रंग का है | पीले बलुआ पत्थर से बना है | इसके सामने पांच मंजिला इमारत है | हवेली जालीदार हवेलियों के लिए जनि जाती है |

पटवो की हवेली के रोचक तथ्य

जैसलमेर की सबसे बड़ी हवेली है | और इस हवेली में पांच हवेलियों का समायोजन है |

यह हवेली कोठारी के पटवा हवेली के नाम से जानी जाती है |

यह हवेली ब्रोकेट व्यापारियों की हवेली के नाम ने जानी जाती है |

पटवी की हवेली में चित्रों को निश्चित शैली में दर्शाया गया है |

इस हवेली में झरोखों, मेहराबो, बालकनियो एवं प्रवेश द्वारो पर जटिल नक्काशी और पेंटिंग है |

हवेली की कलाकृति , चित्रों , कला और शिल्प को प्रदर्शित करता है |

यह हवेली राजस्थान में दूसरी एवं जैसलमेर में पहली निर्मित हवेली होने के कारण से व्यापक रूप से प्रसिद्ध है |

हवेली के स्थम्भो एवं छतो पर की गई जटिल और आकर्षक नक्काशी है |

60 से अधिक बालकनियो को हवेली के परिसर के आँगन को देखा जाता है तो हवेली की लोकप्रियता का इजाफा किया जाता है |

पटवो की हवेली का वर्णन

भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण का कार्यालय हवेली के अन्दर स्थित है | हवेली में पर्यटकों द्वारा कलाकृति और एतिहासिक साक्ष्य देखे जाते है |

झरोखों एवं बालकनियो के लिए बहुत काफी दर्शनीय है की आँगन का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते है |

निवासियों की जीवन शैली और युग की कलाकृति को द्रर्शाने वाला संग्रहालय राजस्थान के जैसलमेर में बहुत सारी सांसकृतिक विविधता का प्रितिनिधित्व करता है |

पटवो की हवेली सबसे लोकप्रिय है |

यात्रियों के लिए जानकारी

राजस्थान राज्य का जैसलमेर जिला थार रेगिस्थान का जिला है | यह काफी गर्म शहर है | यात्रियों को मौसम के आधार पर कपडे साथ में ले जाना चाहिए |

यह हवेली एक विशाल हवेली है | यात्रियों को आरामदायक जुटे पहनने चाहिए |

यात्रियों को हवेली देखने के लिए धुप से बचने के लिए सर पर टोपी एवं धुप की चश्मा का उपयोग करना चाहिए |

यात्रियों की सुविधा के लिया गाईड उपलब्ध रहता है |

यात्री निश्चित शुल्क देकर फोटोग्राफी करवा चकता है |

निष्कर्ष

पटवो की हवेली के बारे में हमारी टीम ने सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुँचाने की कोशिश की गई है की इस हवेली का निर्माण किसने करवाया था | एवं इस हवेली का निर्माण कब करवाया गया था | और हवेली की वास्तुकला क्या है | तथा यात्रियों के लिए इस हवेली में क्या सुविधा एवं यात्रिरियो से सम्बंधित जानकारी इस लेख के माध्यम से आप तह पहुँचाने की कोशिश की गई है |

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